शनिवार, 6 नवंबर 2010

कोटा भट्टी बी के भगवान भाई

ब्रह्मा बाबा द्धारा मिठे शिवबाबा के आज के महावाक्य ...

"मीठे बच्चे - "माया के प्रभाव से बचने के लिए तुम घडी घडी अपने सच्चे प्रितम को याद करो , प्रितम आया है तुम सब प्रितमाओ को साथ वापस घर ले चलने "

प्रश्न : कोनसा राज जानने के कारन तुम बच्च्रे शान्ति वा सुख मांगते नही ?
उत्तर : तुम्हे पत्ता है कि यह नाटक पुरा होगा ।हम, पहले शान्ति मे
जायेंगे फ़िर सुख मे आयेंगे , इसलिए तुम शान्ति वा सुख मांगते नही ।
मनुष अपने स्वधर्म को भी नही जानते और ड्रामा के राज को भी नही जानते । इसलिए कहते है मेरे मन को शान्ति दो । अब शान्ति वास्तव मे चाहिए आत्मा को न की मन को ।


गीत :- प्रितम आन मिलो ...

धारना के लिए मुख्य सार :-


वरदान :- ब्राह्मण जन्म की विशेषता को नेचरल नेचर बनाने वाले सहज पुरुषार्थी भव .

स्लोगन : डबल लाईट रहना है तो विघ्न विनाशक बनो

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