शनिवार, 15 अक्तूबर 2011

एक आदर्श समाज में नैतिक, सामाजिक व आध्यात्मिक मूल्य प्रचलित होते है। नैतिक मूल्यों का हमें सम्मान करना चाहिए। मूल्य शिक्षा द्वारा ही बेहतर जीवन जीने क

झाबुआ। एक आदर्श समाज में नैतिक, सामाजिक व आध्यात्मिक मूल्य प्रचलित होते है। नैतिक मूल्यों का हमें सम्मान करना चाहिए। मूल्य शिक्षा द्वारा ही बेहतर जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। उक्त प्रेरणास्पद उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के राजयोगी ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने शारदा विद्या मंदिर एवं सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि लालच, भ्रम, बईमानी, चोरी, ठगी, नकारात्मक विचार मनुष्य को नैतिकता के विरुद्ध आचरण करने के लिए उकसाते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि हमें अनैतिकता का मार्ग छोड़कर नैतिकता की ओर जाना है। आस्था निर्माण की जरूरत राज योगी भगवान भाई ने शहर के दोनों निजी विद्यालय में पहुंचकर विद्यार्थियों से कहा कि नैतिक मूल्य से युक्त जीवन ही सभी को पसंद आता है। सद्गुणों की धारणा से ही हम प्रशंसा के पात्र बन सकते है। उन्होंने बताया कि मूल्य ही जीवन की सुंदरता और वरदान है। जीवन में धारण किए गए मूल्य ही हमारे श्रेष्ठ चरित्र की निशानी है। मूल्यों को जीवन में धारण करने की हमारे मन में आस्था निर्माण करने की आवश्यकता है। भगवान भाई ने कहा कि मूल्य हमारे जीवन में अनमोल निधि है। स्थानीय सेवा केंद्र की संचालिका बीके ज्योति बहन ने सभी को ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय का परिचय देते हुए आध्यात्मिकता के बारे में विस्तृत जानकारी दी।